Salu ne galti se mera land dekh liya – hindi story

हेलो दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है. अगर कोई गलती हो जाए तो माफ करना. आप सभी चूत वाली बहनों को मेरे लंड का प्रणाम. मेरा नाम लव है और मैं २५ साल का हूं, मैं लखनऊ का रहने वाला हूं. मुझे स्टोरी पढ़ना बहुत पसंद है. यह स्टोरी मेरे पापा के दोस्त की लड़की के साथ की कहानी है, उसका नाम शालू है. और वह एक गांव की है जो शहर में रहकर एमएससी कर रही है. शालू की उमर लगभग २२ साल है और फिगर ३२-२८-३२ है, उसकी हाइट ५ फुट ६ इंच होगी, एकदम गोरी और सुंदर लड़की है. वह बहुत ही सीधी सादी लड़की है, हम दोनों भाई बहन की तरह के बिहेव करते हैं, वो मुझे बहुत मानती है और मैं भी उसे बहुत मानता हूं.

पहले मुझे शालु के बारे में कोई गलत खयाल नहीं था, मैं हमेशा उसे अपनी सगी बहन ही मानता था, हमारा एक दूसरे का घर आना जाना लगा रहता था, बस थोड़ा हंसी मजाक ही हो पाता था. यह बात पिछले रक्षाबंधन की है, वह हमेशा मुझे राखी बांधती है. लेकिन कुछ साल से मैं घर पर नहीं था, तो उसे मिल ना पाया. इस बार में घर पर था. वह मुझे राखी बांधने आई. उसने मरुन कलर की ड्रेस पहनी थी, बहुत सुंदर लग रही थी. फिर उसने मुझे राखी बांधी और मैंने उसे एक हजार गिफ्ट दिए, फिर हम लोग हंसी मजाक कर रहे थे. अभी भी मेरे मन में उसके लिए कोई बुरा ख्याल नहीं था.

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फिर हमने लंच किया, उसके बाद मैंने अपने लैपटॉप में कपिल शर्मा का शो देखने लगा. घर में सिर्फ मॉम ही थी, वह मेरे बगल में बैठी हुई थी. अचानक मेरी नजर उसके बूब पर पड़ी. उसकी क्लीवेज साफ नजर आ रहे थे, उसी समय मेरा मन डोल गया और मैं बार बार तिरछी नजर से उसे देखने लगा. शालू ने मुझे उसके बूब्स देखते हुए देख लिए, फिर उसने अपना दुपट्टा सही कर लिया, मैं अपने आप को कोसने लगा. फिर शाम को मुझे उसे छोड़ने जाना था उसके घर. मैंने बाइक से उसे पीछे बैठा कर ले गया, रास्ते में वह मुझे ज्यादा सट के नहीं बैठी थी, लेकिन गाव का कच्चा रास्ता था जिसकी वजह से बार बार उसका बदन मेरे बदन से टच हो रहा था, और मेरा लंड खड़ा हुआ जा रहा था. रास्ते भर उसकी पढ़ाई की ही बात करता रहा.

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फिर उसके घर पहुंचा तो उसकी मम्मी ने मुझे चाय ऑफर की और मैं चाय पीने बैठ गया. वह भी मेरे बगल में आकर बैठ गयी, फिर मैंने उससे पूछा कि वह व्हाट्सअप यूज करती है कि नहीं तो उसने कहा कि नहीं, और ना ही फेसबुक यूज करती है, फिर मैंने उसका नंबर ले लिया. मैने घर आकर सबसे पहले उसके नाम की मुठ मारी, मैं अक्सर उसे मैसेज करता लेकिन शालू कभी रिप्लाई नहीं करती, बस कभी कभी मिस कॉल करती तो मैं बात कर लेता, अक्सर रात में ही बात होती थी. तो वह मुझे बार बार भैया कह कर बुलाती, मुझे बहुत बुरा लगता. लेकिन मैं क्या कर सकता था? मैं उसे चोदने की प्लानिंग करता रहता, लेकिन बहुत कम ही मिलना होता था. तो मेरा सपना अधूरा सा रह गया.

फिर एक दिन क्या हुआ मैंने उससे डबल मिनिंग वाला मैसेज कर दिया रात में लगभग ९ बजे तो १० बजे के करीब उसकी कॉल आई और मैसेज के बारे में बोला. और खूब हंसने लगी, मैं भी हंसने लगा लेकिन मेरी तो फटी पड़ी थी की कहीं वह बुरा न मान जाए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.

कुछ दिन बाद वह मेरे घर आई..

उसने पूछा और भैया कैसे हैं आप?

मैंने कहा ठीक हूं, अपना बताओ..

उसने कहा मेरा भी सब ठीक ठाक है, आपको कोई भाभी मिली या नहीं अभी तक?

मैंने कहा नहीं यार तुम ही कोई ढूंढ दो.

शालू ने कहा यार भैया.. आपके लिए कोई अच्छी लड़की चाहिए.. ऐसे कैसे ढूंढ लू? आप बताइए आपको कैसी लड़की चाहिए?

मैंने कहा तुम्हारी तरह सुंदर हो और थोडी पतली हो, क्योंकि मैं भी दुबला हूं.

उसने कहा – क्या मैं आपको मोटी लगती हूं, मैं मोटी नहीं हेल्दी हूं भैया..

मैंने कहा अरे हां वही.. मतलब तुमसे थोड़ा पतली हो.

शालू ने कहा भैया आप का लैपटॉप कहां है? चलिए उसमें कुछ देखते हैं.

मैंने कहा ठीक है कपिल शर्मा शो देखोगी?

सनी लियोन वाला एपिसोड देखा

शालू बोली कि ठीक है फिर मैं और वो अपना लैपटॉप एक साथ बैठकर देखने लगे. उस में सनी लियोन वाला एपिसोड आ रहा था. मैंने उसे पूछा ईसे पहचानती हो? तो कहां सनी है..

मैंने कहा पता है पहले यह किस तरह की मूवी बनाती थी?

उस ने कहा गंदी वाली.

मैंने कहा गंदी वाली नहीं उसे पोर्न कहते हैं.. पागल.

शालू ने कहा हां वही.

मैंने कहा तुमने कभी देखा है पोर्न.

उसने कहा क्या भैया आप भी क्या बात पूछ रहे हैं?

मैंने कहा अरे यार यह सब आजकल नॉर्मल है, और हम लोग तो भाई बहन कम और दोस्त ज्यादा है.

उसने कहा हां यह तो है भैया.

मैंने कहा तो बताओ कभी देखी है पोर्न?

उसने कहा हां रूम मेट के मोबाइल में.

मैंने कहा अच्छा, तो यह बात है.

मैंने कहा कुछ फिल नहीं हुआ देख कर?

उसने कहा नहीं मुझे कभी फील नहीं होता.

दोनों लैपटॉप देख रहे थे और धीरे धीरे बातें कर रहे थे, तभी मेरी मम्मी आई और बोली की पड़ोस में जा रही हूं अभी आ जाऊंगी, मैंने कहा ठीक है. मम्मी चली गई. मैं दरवाजा बंद कर के वापस आकर शालू के बगल में थोड़ा चिपक कर बैठ गया, मैंने फिर से बात चालू की.

मैंने कहा मैं तो जब देखता हूं तो मेरा शरीर पूरा गरम सा हो जाता है, और तू कह रही हे की कुछ फिलल ही नहीं होता.

उसने कहां गर्म तो मेरा भी हो जाता है.

मैंने कहा तब तुम क्या करती हो?

उसने कहा बस कीजिए भैया आप भी ना..

बहन के साथ गन्दी बातें

मैंने कहा अरे बताओ ना यार.. सिर्फ जनरल नॉलेज के लिए लड़कियां क्या करती हैं?

उसने कहा मैं कुछ नहीं करती.

मैंने कहा ऐसा तो हो ही नहीं सकता कि कुछ ना करती हो. तुम्हारी बॉडी में कुछ नहीं होता.

उसने कहा नहीं भैया.. आप बताइए आप जब पोर्न देखते हैं तो आप क्या करते हैं?

मैंने कहा मैं तो वही करता हूं जो सारे लड़के करते हैं.

उसने कहा क्या करते हैं बताइए ना..

मैंने कहा मैं अपने पेनिस को हीला कर मास्टरबेट करता हूं.

उस ने कहा छि कितने गंदे हैं आप..

मैंने कहा कि इसमें गंदा क्या है? सब यही करते हैं. तुम भी तो कुछ करती होगी लेकिन बता नहीं रही हो.

उसने कहा नहीं मैं कुछ नहीं करती.

मैंने कहा तुमने कभी मास्टरबेट नहीं किया?

उसने कहा कि कभी नहीं किया.

मैंने कहा मैं नहीं मानता

उसने कहा तो मत मानिए, जब मुझे कुछ होता ही नहीं तो मैं ऐसा गंदा काम क्यों करूं?

मैंने कहा वह चेक करते हैं. मेरे पास पोर्न पड़ी है, उसे देखते हैं. फिर देखता हूं तुम कुछ करती हो या नहीं.

उसने कहा पोर्न वह भी आपके साथ कभी नहीं भैया.

मैंने कहा तो डर रही हो कहीं यहीं ना मूड बन जाए?

उसने कहा नहीं लेकिन मुझे कुछ नहीं होता.

मैंने कहा ओके देखते हैं.

बहन के साथ पोर्न देखा

इतना कहकर मैने लेपि में पोर्न स्टार्ट कर दी और साथ में देखने लगे, पहले तो शालू बार बार मुह घुमा ले रही थी, लेकिन बाद में ठीक से देखने लगी.

पोर्न देखते देखते मेरा लंड तो खड़ा हो गया और जींस के अंदर रखना मुश्किल हो रहा था, लेकिन उसे कुछ भी नहीं हो रहा था. मैंने कहा यार सच में तुम्हे कुछ नहीं होता? मेरा तो बुरा हाल हो गया. फिर मैंने पूछा

मेने कहा तुम्हे सच में कुछ नहीं होता? सेक्स की फिल नहीं आती?

उसने कहा आती है लेकिन कंट्रोल रखती हूं.

मैंने कहा मुझे तो कंट्रोल होता ही नहीं होता. देख यह कैसा खड़ा हो गया है जींस में दर्द भी करने लगा.

उसने कहा तो जींस उतार दीजिए कोई लोवर पहन लीजिए.

मैंने कहा मैं हां सही कह रही हे, फिर में चेंज करके वापस आ गया फिर ब्लू फिल्म भी खत्म हो गई, फिर मैंने दूसरी ब्लू फिल्म लगा दी और फिर साथ में देखने लगे.

मैंने कहा तुमने कभी किसी का पेनीस रियल में देखा है?

उसने कहा हा, रास्ते में लोग सुसू करते हैं तो दिख जाता है.

मैंने कहा अरे ऐसे नहीं किसी का खड़ा हुआ पेनिस?

उसने कहा नहीं.

मैंने धीरे से उसका हाथ अपने हाथ में लेकर सहलाने लगा और अपने पेनिस पर रख दिया और कहा यह देखो.

उसने तुरंत हाथ हटा दिया और बोली कि मुझे नहीं देखना. मैंने कहा देख लो बार बार ऐसा मौका नहीं आता. और फिर उसका हाथ अपने लोवर के ऊपर रख दिया, और अपना हाथ उसके जांगो पे फेरने लगा, उसके हाथ की पकड़ धीरे धीरे टाइट होने लगी मैं समझ गया कि अब मेरा काम बन जाएगा.

मैं उसका चेहरा अपनी तरफ घुमाया और उस को किस करने लगा. बहुत मीठे होठ थे उसके. फिर मैंने अपने लेफ्ट हैंड से उसके बूब्स दबाने लगा और राइट हैंड से उसकी चूत को सहलाते हुए किस कर रहा था, फिर वह अचानक दूर हो गई और बोली कि यह सब गलत है.

मेने उसे समझाया कुछ गलत नहीं है और अपना लोवर नीचे करके उसका हाथ फिर से लंड पर रख दिया. इस बार वह जोर से मेरा लंड सहलाने लगी और मैं भी उसका कुरता ऊपर करके एक बूब्स चूसने लगा.

इतने में डोर बेल बजी, हम अलग हुए और कपड़े सही कीए, फिर दरवाजा खोला तो मम्मी वापस आ गई थी, हमने फिर वैसे ही बातचीत की और बार बार मुस्कुरा रहे थे. फिर शाम हुई तो उसको घर जाना था, मम्मी बोली की जाओ ईसे छोड़ आओ. मैंने कहा कि मुझे अभी काम है मैं कुछ देर बाद जाऊंगा.

एक घंटे बाद उसे लगभग ७ बजे बाइक पर बैठा कर घर छोड़ने जाना था, दिसंबर का महीना था तो काफी रात की हो चुकी थी, मैं उसे लेकर रवाना हुआ, रास्ते में वह मुझे खुब चिपक के बैठी थी और एक खाली जगह मैंने बाइक रोकी के उस को खूब किस किया, लेकिन जगह सेफ नहीं थी तो ज्यादा देर ना करते हुए उसके घर की तरफ चल दिया.

उसके घर पर जाकर देखा तो कोई नहीं था, घर पर ताला लगा हुआ था. फिर वह अपने पापा को कॉल किया तो पता चला कि गांव में रामायण हो रहा है तो सब वही है, वह लोग थोड़ा लेट हो जाएंगे तो मुझे रुकने को कहा जब तक वह लोग आ नहीं जाते. फिर चाबी के बारे में बताया. मेरी तो लॉटरी लग गयी थी. फिर शालू ने चाबी लेकर दरवाजा खोला, फिर हम दोनों अंदर आए और दरवाजा बंद करके उसके रुम में चले गए. जाते ही मैंने उसे पकड़ कर लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ कर किस करने लगा.

उसके सलवार कमीज को उतार दिया उसने व्हाईट ब्रा और ब्राउन पैंटी पहनी थी, वह बहुत शरमा रही थी, फिर मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार के नंगा हो गया, वह मेरे पेनिस को हाथ में लेकर हिलाने लगी और मैं उसके दूध को दबाने लगा, उसकी ब्रा उतार कर उसके दूध पीने लगा.

मैंने उसे अपना लंड चूसने को कहा तो उसने मना कर दिया. मैंने ज्यादा दबाव भी नहीं दिया. मैंने उसकी पेंटि उतार दी और उसकी चूत चाटने लगा, उस पर हल्के हल्के बाल थे शायद हफ्ते भर पहले ही शेव की थी. १५ मिनिट उसकी चूत चाटने के बाद उसे सीधा लेटाया और अपना लंड उसके चूत पर रखा, एक धक्का मारा लेकिन अंदर घुस ही नहीं रहा था. फिर मैंने थोड़ा थूक लगाया अपने लंड पर और जोर से धक्का मारा, मेरा लंड का टोपा अंदर चला गया और उसकी चीख निकल पड़ी और चिल्लाने लगी.. निकालो इसे.. मैं धीरे धीरे किस करते हुए हल्का सा धक्का दिया तो आंख से आंसू निकलने लगे, उसके बूब्स दबाते हुए उसके आंसू पी गया और हल्का हल्का धक्का मारने लगा.

कुछ देर बाद वह भी नीचे से गांड उछाल के धक्के देने लगी, मैंने उसे पूछा कि मजा आ रहा है? तो उसने हां में सर को हीलाया फिर हमने २० मिनट चुदाई की और मैं लंड निकालकर उसके पेट पर सारा माल गिरा दिया, और निढार होकर उसके बगल में लेट गया. कुछ देर लेटे रहने के बाद मैंने उसे किस किया और दूध पिया, मेने उसे एक और राउंड के बारे में कहा तो उसने मना कर दिया, कहा कि दर्द भी हो रहा है और मम्मी पापा भी आने वाले हैं. मैंने भी कहा ठीक है.

हमने अपने कपड़े पहने और जब तक उसके मम्मी पापा नहीं आए तब तक उसके दूध पिया और किस किया, फिर उसके कुछ देर बाद उसके मम्मी पापा आ गए, फिर मैं वापस आ गया.

उसके बाद अभी हम मिले नहीं और ना ही बात हुई.